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शुक्रवार, 5 जुलाई 2013

आज कुछ मन उदास है

आज कुछ मन उदास है 
उसके जाने का अहसास है 
मन में हजारों अरमानों का 
गुबार लिए बैठा हूँ 
कब निकलेंगे दिल से 
ये आस लगाये बैठा हूँ 
आज का दिन कुछ खास है
आज कुछ मन उदास है 
जो न कही आज तक
वो कहानी तुम हो 
बीते लम्हों की मीठी
यादों की रवानी तुम हो 
आज जो भी हूँ मैं
उसकी वजह एक खास है 
आज कुछ मन उदास है 
दुनियां में कुछ चीजें ऐसी होती है 
वजूद उनकी सपनों के जैसे होती है 
नींद में हो तो सब कुछ तुम्हारा है 
टूटे ख्वाब तो लुटा हुआ जहाँ सारा है 
तुझे पा न सका तो क्या हुआ 
तेरा सच्चा प्यार मेरे पास है 
आज कुछ मन उदास है